नई दिल्ली भारत और साउथ अफ्रीका के बीच 3 टेस्ट मैचों की सीरीज का आगाज 2 अक्टूबर से होगा। टी20 सीरीज बराबरी पर छूटने के बाद अब फोकस लाल गेंद के प्रारूप पर है। विशाखापत्तनम में दोनों टीमें खेल के सबसे बड़े प्रारूप में आमने-सामने होंगी। सीरीज की शुरुआत से पहले भारत को फेवरिट माना जा रहा है। इसकी कुछ वजह भी हैं। टीम इंडिया के पास बेहद मजबूत बल्लेबाजी और घरेलू परिस्थितियों का साथ है। जसप्रीत बुमराह हालांकि इस सीरीज में नहीं हैं लेकिन इसके बावजूद टीम का गेंदबाजी आक्रमण साउथ अफ्रीकी बल्लेबाजी क्रम के 20 विकेट लेने में सक्षम नजर आता है। इसके साथ ही साउथ अफ्रीकी टीम में अनुभव की कमी भी एक कारण है। भारतीय टीम के हौसले बुलंदटीम इंडिया के पास इस सीरीज की शुरुआत से पहले कई पॉजिटिव हैं। मिडल ऑर्डर अच्छी फॉर्म में है। युवा हनुमा विहारी ने वेस्ट इंडीज दौरे पर अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने सबीना पार्क में सेंचुरी लगाई। विहारी की फॉर्म ने टीम प्रबंधन की कुछ चिंताओं को जरूर दूर किया। इसके अलावा अजिंक्य रहाणे ने भी टेस्ट क्रिकेट में दो साल बाद शतक लगाकर राहत की सांस ली होगी। बुमराह की चोट से परेशान, ओपनिंग पर हलकानतेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की चोट टीम इंडिया के लिए जरूर परेशानी लेकर आई है। उनके स्थान पर उमेश यादव को टीम का हिस्सा बनाया गया है। हालांकि मोहम्मद शमी और इशांत शर्मा ने साउथ अफ्रीका में बहुत अच्छी गेंदबाज की। स्पिन गेंदबाजी की बात करें तो अश्विन और जडेजा भारतीय विकेटों पर कारगर होंगे। रोहित शर्मा को केएल राहुल के स्थान पर बतौर ओपनिंग बल्लेबाज अपनाया जाएगा। हालांकि बोर्ड प्रेसिडेंट इलेवन की ओर से खेलते हुए रोहित जहां बतौर ओपनर खाता भी नहीं खोल पाए वहीं केए राहुल ने विजय हजारे ट्रोफी में कर्नाटक की ओर से शानदार सेंचुरी लगाई। साउथ अफ्रीका की चिंतासाउथ अफ्रीकी टीम की सबसे बड़ी चिंता भारतीय उपमहाद्वीप की टर्न लेती विकेटों पर रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा की गेंदों का सामना करना होगा। इस युवा टीम के पास भारतीय विकेटों पर खेलने का ज्यादा अनुभव नहीं है। टेस्ट सीरीज में अगर उन्हें कोई प्रभाव छोड़ना है तो धैर्य, संयम के साथ तकनीक में भी दृढ़ता का प्रदर्शन करना होगा। नहीं हैं कई बड़े नामसाउथ अफ्रीका के पास हाशिम अमला और एबी डी विलियर्स जैसे बड़े नाम नहीं हैं। ऐसे में युवा टीम में हेनरिच क्लासेन, जुबायर हमजा को अपने खेल से कप्तान डु प्लेसिस का साथ देना होगा। जहां तक तेज गेंदबाजी का सवाल है मेहमान टीम का यह पक्ष मजबूत नजर आता है। टीम में कागिसो रबाडा, लुंगी गिडी, वर्नोन फिलैंडर और एनरिच नॉर्त्जे जैसे गेंदबाज हैं। पिच रिपोर्टविशाखापत्तनम के मैदान की पिच बल्लेबाजों के लिए मुफीद मानी जाती है। इसके साथ ही यहां तेज गेंदबाजों के लिए भी अच्ची खासी मदद मिलती है पर जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ता है स्पिनर्स की भूमिका में भी इजाफा होता जाता है। कैसा रहेगा मौसम मौसम की बात करें तो बुधवार से शुरू हो रहे इस टेस्ट मैच में पहले दो दिन मौसम साफ रहेगा। हालांकि कुछ बादल छा सकते हैं लेकिन बारिश का पूर्वानुमान नहीं है। मैच के तीसरे दिन यानी शुक्रवार को गरज के साथ कुछ बारिश की आशंका है। वहीं चौथे दिन भी कुछ बारिश का अनुमान लगाया जा रहा है। हालांकि मैच के पांचवें दिन रविवार, 6 अक्टूबर को मौसम बिलकुल साफ रहेगा। आंकड़ों पर नजरभारत और साउथ अफ्रीका के बीच कुल 36 टेस्ट मैच खेले गए हैं। इसमें से साउथ अफ्रीका ने 15 और भारत ने 11 मैच जीते हैं। 10 मैच ड्रॉ रहे हैं।
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