बर्मिंगम एजबेस्टन में आज में अबतक अजेय रही टीम इंडिया और मेजबान इंग्लैंड के बीच मुकाबला है। इंडिया सेमीफाइनल से सिर्फ एक कदम दूर है, जबकि इंग्लैंड का गणित गड़बड़ होता दिख रहा है। वर्ल्ड कप शुरू होने से पहले इस बार फेवरिट मानी जा रही इंग्लैंड की टीम ने टूर्नमेंट में शानदार शुरुआत करते हुए पहले 5 में से 4 मैच अपने नाम किए। हालांकि श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगातार दो मैच हारने के बाद इंग्लैंड की टीम को सेमीफाइनल में जगह बनाने के लिए बाकी बचे दो मैचों में कम से कम एक, या फिर दोनों मुकाबले जीतने होंगे। जाहिर है कि इस मैच में इंग्लैंड की राह कतई आसान नहीं रहने वाली। वैसे भी भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ 1992 के बाद से एक भी वर्ल्ड कप मैच नहीं हारी है। हां ये जरूर है कि 2011 के वर्ल्ड कप में इन दो टीमों के बीच हुआ रोमांचक मुकाबला टाई रहा था। अब तक 6 मुकाबलों में भारतीय टीम को हार का मुंह नहीं देखना पड़ा है और विराट कोहली की टीम सेमीफाइनल में प्रवेश की ओर है। एजबेस्टन में भारत भारी बर्मिंगम के एजबेस्टन मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ भारत का पलड़ा भारी रहा है। यहां इन दो टीमों के बीच हुए चार वनडे मैचों में से 3 मैच भारत ने और 1 मैच इंग्लैंड ने जीता है। इंग्लैंड को एकमात्र जीत 2007 में मिली थी जबकि भारत ने 1999, 2013 और 2014 में जीत का परचम लहराया था। 2013 में भारत ने इंग्लैंड को हराकर आईसीसी चैंपियंस ट्रोफी का खिताब एजबेस्टन मैदान में ही जीता था। इस खिताबी जीत की खुशनुमा यादें भारतीय टीम के मन में अब भी ताजा होंगी। हालांकि यह भी दिलचस्प है कि इंग्लैंड एजबेस्टन में अंतिम बार वनडे मैच में भारत के हाथों ही 2014 में हारा था। इसके बाद इंग्लैंड ने 2015 में न्यूजीलैंड, 2016 में श्रीलंका और 2017 में ऑस्ट्रेलिया को यहां धूल चटाई। एजबेस्टन में इंग्लैंड ने 38 वनडे मैच खेले हैं जिसमें से उसने 22 मैच जीते और 13 मैच हारे। 3 मैच बेनतीजा रहे। स्पिनर्स दिखाएंगे कमाल! भारत के लिए इंग्लैंड को हराने का यह बेहतर समय है क्योंकि मेजबान टीम काफी दबाव में है। मैच के दौरान धूप खिली होगी और सूखी पिच पर टर्न सामान्य से ज्यादा होने की उम्मीद है। इन परिस्थितियों में दो कलाई के स्पिनरों के साथ जसप्रीत बुमराह का सामना करना इंग्लैंड के लिए मुश्किलें पैदा कर सकता है। इंग्लैंड की टीम हालांकि इस बात से राहत ले सकती है कि उन्होंने घरेलू सरजमीं पर पिछली द्विपक्षीय वनडे सीरीज में भारत को 2-1 से हराया था, लेकिन बुमराह उस सीरीज में नहीं खेले थे। टूर्नमेंट में भारतीय स्पिनर्स की बात करें तो युजवेंद्र चहल ने 5 मैचों में 10 और कुलदीप ने इतने ही मैचों में 4 विकेट लिए हैं। टर्निंग पिच की उम्मीद में भारतीय टीम मैनेजमेंट रविंद्र जाडेजा को एक अतिरिक्त स्पिनर के तौर पर खेलने का मौका दे तो अचरज नहीं होना चाहिए। (ऑरेंज कलर की होम-अवे जर्सी के साथ कैप्टन कोहली, टीम इंडिया आज इसी जर्सी में मैदान में उतरेगी।) मुसीबत में हैं मेजबान इंग्लैंड की टीम पर सेमीफाइनल की रेस से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा है। वो भी तब जब उसने शुरुआती 5 मैचों में से 4 मैच जीते। पिछले वर्ल्ड कप के बाद से लेकर मौजूदा वर्ल्ड कप शुरू होने तक इंग्लैंड का प्रदर्शन दुनिया की नंबर 1 वनडे टीम की तरह था। उसने इस अवधि में 88 वनडे मैचों में से 58 मैच जीते जो सभी टीमों में सर्वाधिक थे। इस अवधि में इंग्लैंड के अलावा केवल भारत ही ऐसी टीम थी जिसने 50 या इससे ज्यादा वनडे मैच (56 जीत) जीते थे। कप्तान इयोन मोर्गन, जोस बटलर, जॉनी बेयरस्टो, बेन स्टोक्स, जोफ्रा आर्चर जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की मौजूदगी के बावजूद इंग्लैंड की हाल के वर्षों में सर्वश्रेष्ठ वनडे टीम को टूर्नमेंट में खुद को बनाए रखने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ रही है। बर्मिंगम के एजबेस्टन में भारतीय दर्शकों की बड़ी संख्या में मौजूदगी दबाव में घिरी टीम को और परेशान करेगी। इंग्लैंड को बीते मैचों में ओपनर जेसन रॉय की कमी जरूर खली थी जो चोट के कारण बाहर हो गए थे लेकिन रॉय भारत के खिलाफ मैच में वापसी कर सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो भारत को और ज्यादा चौकन्ना रहना होगा क्योंकि बेयरस्टो और रॉय एक जोड़ी के रूप में खूंखार हो जाते हैं। अभी तो बेस्ट बाकी है भारतीय टीम के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि उन्होंने अभी तक अपना सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट नहीं खेला है, फिर भी वह आसानी से जीत हासिल कर रही है। यही नहीं उसका कोई भी बल्लेबाज या गेंदबाज सबसे ज्यादा रन बनाने वाले और सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ियों की सूची में शीर्ष 5 में शामिल नहीं है। भारत के बल्लेबाजों से ज्यादा गेंदबाज तारीफें बटोर रहे हैं। जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी बेहतरीन फॉर्म में हैं तो वहीं बीच के ओवरों में युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव से पार पाना इंग्लैंड के लिए चुनौती रहेगा। ...लेकिन मिडल ऑर्डर से चिंता नंबर-4 पर विजय शंकर को मौके मिले लेकिन वह मौकों को भुना नहीं पाए। अफगानिस्तान के खिलाफ खेले गए मैच में उनके पास समय भी था जिसमें वे बड़ी पारी खेल अपनी जगह को पक्की कर सकते थे लेकिन शंकर पूरी तरह से नाकाम रहे। शंकर की विफलता टीम प्रबंधन के लिए चिंता का विषय है। महेंद्र सिंह धोनी रन तो कर रहे हैं लेकिन जिस गति से वह रन बना रहे हैं वो ज्यादा अच्छी नहीं है। केदार जाधव ने भी खास प्रदर्शन नहीं किया है। हार्दिक ने पिछले मैच में वेस्ट इंडीज के खिलाफ धोनी के साथ अच्छी बैटिंग की थी लेकिन जिस आक्रामकता से वह रन बनाते हैं वो दिखी नहीं थी। नई जर्सी में टीम इंडिया भारतीय क्रिकेट टीम इंग्लैंड के खिलाफ नई जर्सी पहन कर उतरेगी। भारत यह नई जर्सी होम-अवे नियम के तहत पहनेगी क्योंकि मेजबान इंग्लैंड की जर्सी का रंग भी भारत की जर्सी से काफी मिलती जुलती है। भारत को नई जर्सी को कुछ अलग तरह से तैयार किया गया है और इसके पिछले हिस्से को नारंगी रंग का बनाया है। बीसीसीआई ने शुक्रवार को जब नई जर्सी जारी की उसके बाद टीम के कई खिलाड़ियों ने नई जर्सी के साथ सोशल मीडिया पर अपनी फोटो डालीं। कप्तान विराट कोहली ने कहा है कि वह नई ‘अवे जर्सी’ से खुश हैं लेकिन साथ ही कहा है कि उनकी टीम की जर्सी का अहम रंग हमेशा नीला ही रहेगा। पाकिस्तान और बांग्लादेश भी भारत की जीत की दुआ मांगेंगे भारत-इंग्लैंड मैच का नतीजा बांग्लादेश, पाकिस्तान और श्रीलंका टीम के लिए खासा मायने रखेगा। इंग्लैंड की हार से ये तीनों टीमें सेमीफाइनल की रेस में बनी रहेंगी। सोशल मीडिया पर इस समीकरण पर एक मैसेज बहुत वायरल हो रहा है जिसमें कहा गया है कि संडे को होने वाला भारत-इंग्लैंड मैच बहुत ही अनोखा होने वाला है। यह 100 वर्षों में एक बार घटित होने वाली घटना है। मेसेज में आगे लिखा है कि 1947 के बाद से पहली बार 1.2 अरब भारतीय, 20 करोड़ पाकिस्तानी और 15 करोड़ बांग्लादेशी भारत की जीत के लिए प्रार्थना करेंगे।
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