कोहली का मंत्र: रिस्क उठाएंगे, निडर बनाएंगे
बेंगलुरुअपना पूरा आईपीएल करियर रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के साथ गुजारने वाले एम चिन्नास्वामी स्टेडियम की खूबियों और खामियों से अच्छी तरह से वाकिफ थे, इसके बावजूद जब उन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज के निर्णायक मुकाबले में पहले बैटिंग का फैसला किया तो सभी चौंक गए। टारगेट का पीछा करने वाली टीमों के अनुकूल माने जाने वाले मैदान पर विराट को यह फैसला उलटा पड़ गया। हालांकि विराट ने मुकाबले के बाद अपने फैसले के समर्थन में कहा कि वह चाहते थे कि उनकी टीम कंफर्ट जोन से बाहर निकले और रिस्क उठाए। क्योंकि बिना जोखिम उठाए उनकी टीम ‘निडर इकाई’ नहीं बना पाएगी। जोखिम तो उठाना होगाअगले साल होने वाले टी20 वर्ल्ड कप पर नजरें टिकाए बैठे कप्तान विराट कोहली ने कहा, ‘हमें जोखिम उठाने होंगे, जब आप क्रिकेट मैच जीतना चाहते हो तब भी आपको जोखिम उठाने होते हैं, जब तक आप खेलना शुरू नहीं कर दो, तब तक कुछ तय नहीं होता। मुझे लगता है कि अगर हम अपने अनुकूल हालात से और अधिक बाहर निकलकर खेलने के इच्छुक होंगे तो फिर हम इससे घबराएंगे नहीं कि टॉस के दौरान क्या हुआ। हमारा सामान्य विचार यही है। हम प्रयास कर रहे हैं कि टॉस के दौरान क्या हुआ, उसे टीम के रूप में समीकरण से बाहर कर दें।’ इसे भी पढ़ें- कॉम्बिनेशन पर प्रयोग जरूरीलंबा बैटिंग ऑर्डर विराट को प्रयोग करने का मौका देता है। भारतीय कप्तान ने कहा, ‘यही कारण है कि हम जो सर्वश्रेष्ठ कॉम्बिनेशन खिला सकते थे उसे खिलाने का प्रयास किया क्योंकि हमारी बल्लेबाजी नौवें नंबर तक है। इसलिए आप पहले बल्लेबाजी करो या पहले गेंदबाजी करो, आपको पता होगा कि हम अच्छी स्थिति में होंगे। मानसिक तौर पर अगर हम खुद को ऐसी स्थिति में ढालेंगे जिसमें हम कोई एक चीज करने की जगह कुछ भी करने को तैयार रहेंगे तो फिर हम किसी भी तरह की स्थिति का सामना करते हुए उसका फायदा उठाने के लिए बेहतर स्थिति में होंगे।’ इसे भी पढ़ें- कोहली ने कहा, ‘जब तक आप ऐसा नहीं करते, जब तक आप जोखिम उठाने के लिए तैयार नहीं रहते, तब तक आपको किसी ना किसी तरह के दबाव का सामना करना होगा। हम सुनिश्चित करना चाहते हैं कि वर्ल्ड कप से पहले हम इन सभी चीजों का हल निकाल लें।’ कंफर्ट जोन छोड़ने का इरादा विराट ने कहा कि वह नहीं चाहते कि उनकी टीम हमेशा अपने अनुकूल हालात के अनुसार खेले। भारतीय कप्तान ने कहा, ‘हां, हम बड़े स्कोर के लिए जाना चाहते थे, इसलिए हमने पहले बल्लेबाजी चुनी। पहले बल्लेबाजी करने के पीछे हमारा लक्ष्य अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकलना और बड़ा स्कोर करना था क्योंकि हम नंबर-9 तक बल्लेबाजी कर सकते हैं। लेकिन हमने महसूस कर लिया कि इस पिच पर हम लगातार शॉट नहीं खेल सकते। इसलिए मुझे लगता है कि 63 रन पर एक विकेट गंवाने के बाद हमें स्थिति का पुन: आकलन करना चाहिए था और 200 की जगह 170 रन के बारे में सोचना चाहिए था।’
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