Helth & tips, &; Technology tips: बेखौफ खेल खेलूंगा: अपने कमबैक पर संजू सैमसन

Thursday, October 24, 2019

बेखौफ खेल खेलूंगा: अपने कमबैक पर संजू सैमसन

कोच्चि चार साल पहले को टीम इंडिया में अपने डेब्यू का मौका मिला था। साल 2015 में तब संजू ने जिम्बाब्वे के खिलाफ अपना एकमात्र टी20 इंटरनैशनल मुकाबला खेला। हरारे में खेले गए उस मैच में संजू ने 24 बॉल की अपनी पारी में 19 रन बनाए थे। इसके बाद 4 साल तक संजू नैशनल टीम में अपने दूसरे मौको का इंतजार करते रहे, जो अब बांग्लादेश टूर पर खत्म होता दिख रहा है। संजू इस साल गजब के फॉर्म में हैं वह भारत A और अपने राज्य केरल के लिए खूब रन कूट रहे हैं। विजय हजारे ट्रोफी में उन्होंने 212 रन की रेकॉर्ड पारी खेलकर घरेलू क्रिकेट के लिस्ट A मैच में सर्वाधिक रन बनाने का कार्तिमान अपने नाम कर लिया। संजू ने अपना यह दोहरा शतक गोवा के खिलाफ बनाया था। बांग्लादेश के खिलाफ होने वाली टी20 सीरीज में चयनकर्ताओं ने एक बार फिर संजू को चुना तो हमारे सहयोगी अखबार 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' ने उनसे इस चयन पर प्रतिक्रिया मांगी। पेश हैं संजू से हुई इस बातचीत के खास अंश... भारतीय टीम में वापसी हो गई है कैसा लग रहा है? मैं बहुत खुश और उत्सुक हूं। मैं उस भारतीय टीम में अपनी जगह बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा था, जो दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम है। टीम मुझे जो भी भूमिका सौंपेगी उसे निभाने में मुझे खुशी होगी। चाहे टीम मुझे टॉप ऑर्डर में बैटिंग कराना चाहे या मिडल ऑर्डर में, मैं तैयार हूं। इस सीजन में आपकी क्रिकेट में सबसे बड़ा क्या बदलाव आया है?इस सीजन में सबसे बड़ा और पॉजिटिव बदलाव यही आया है कि अब मैं अपनी क्षमताओं पर खेलने की कोशिश करता हूं। मैं हमेशा विरोधी टीम पर हावी होकर और बेखौफ होकर खेलने की कोशिश करता हूं। इस सीजन की बस अभी शुरुआत ही हुई है मैं लगातार इसी तरह का प्रदर्शन करना चाहता हूं। विजय हजारे ट्रोफी में अपने रेकॉर्डतोड़ डबल सेंचुरी वाली पारी के बारे में कुछ बताइए....यह बहुत खास पारी थी, इस टूर्नमेंट में बैंगलोर का विकेट बैटिंग के लिए बहुत शानदार था। इस पारी के दौरान मैं पहले 40 और 50 रन अच्छे स्ट्राइक रेट के साथ बना चुका था। अब मैं जानता था कि अगर मैं यहां 100 का आंकड़ा पार कर लूंगा और पारी में ओवर बाकी होंगे तो यहां 200 बनाना भी संभव होगा। मैं बस प्रत्येक बॉल के साथ-साथ उसकी मेरिट के हिसाब से खेल रहा था। मैंने अपनी पहले की पारियों से इस पारी में कुछ भी अलग नहीं किया। क्या आपको ऐसा लगता है कि टी20 में चयन होने आपके वनडे की राह भी तैयार होगी।मैं ऐसा ही सोचना चाहूंगा। मैं अभी बस टी20 क्रिकेट पर ध्यान लगाना चाहता हूं ताकि मैं यह परफॉर्म कर सकूं और अगले स्तर पर पहुंच पाऊं। यह सब फॉर्म और प्रदर्शन पर निर्भर करता है। मुझे जब भी जहां मौका मिलेगा मैं वहां अपना सबकुछ झोंककर खुद को साबित करना चाहूंगा। क्या आपको उम्मीद है कि अगले साल होने वाले टी20 वर्ल्ड कप में आपकी जगह भी बनेगी?मेरा भी यह सपना है कि वर्ल्ड कप में खेलकर अपने देश के लिए वर्ल्ड कप जीतूं। मुझे नहीं पता यह सपना कौन से साल में पूरा होगा। लेकिन यह मेरा सपना है। 2015 में जो संजू भारतीय टीम में खेला था और आज के संजू में क्या अंतर है?मैं अब अपना खेल पहले से कहीं अधिक बेहतर ढंग से समझता हूं। मैं अब यह भांप सकता हूं कि मैच के दौरान विरोधी टीम क्या सोच रही है। यह सब अनुभव काफी क्रिकेट खेलकर आया है। स्वभाविक तौर पर अब मैं जब मैदान पर उतरता हूं तो मैं बहुत रिलेक्स रहता हूं। अब मैं बतौर एक क्रिकेटर और एक इंसान के तौर पर बेहतरी से विकसित हो रहा हूं। इस बीच आप कई बार मुश्किल समय से भी गुजरे। वे कौन लोग हैं, जिन्होंने इस पलों में आपको सबसे ज्यादा सपॉर्ट किया?इन मुश्किल घड़ियों में मेरा परिवार और मेरे दोस्त हमेशा मजबूती के साथ मेरे पीछे खड़े रहे। इसके बाद क्रिकेट संघ के भी कुछ लोगों ने मुझे बहुत सपॉर्ट किया इनमें जयेश सर (बीसीसीआई के नए सहसचिव) और विनोद सर (त्रिवेंद्रम जिला सचिव) ने मुझे बहुत बैक किया।


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