पलूशन में ही DDCA ले रहा मुश्किल यो-यो टेस्ट
नई दिल्लीदिल्ली में वायु प्रदूषण के चलते इमरजेंसी जैसे हालात हैं। स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है। एक्सपर्ट्स कह रहे हैं कि इस मौसम में मॉर्निंग वॉक भी खतरे से खाली नहीं लेकिन दिल्ली ऐंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट असोसिएशन () को शायद खिलाड़ियों के स्वास्थ्य की परवाह नहीं। जिस मौसम में लोगों को सांस लेने तक में दिक्कत हो रही है उसी में 19 साल के कम उम्र के खिलाड़ियों से बेहद कठिन 'यो-यो' टेस्ट लिया जा रहा है। यह खिलाड़ियों का स्टैमिना और एंड्योरेंस जांचने का एक बेहद कठिन टेस्ट है। पूछ कर ही किया टेस्टकुछ बच्चों द्वारा शिकायत करने पर जब हमारे नवभारत टाइम्स ने डीडीसीए के सीईओ रविकांत चोपड़ा से पूछा तो पहले तो उन्होंने इस बारे में जानकारी होने से मना कर दिया। फिर उन्होंने सिलेक्शन कमिटी के चेयरमैन मयंक तेहलान से पूछा तो उनका कहना था कि हमने बच्चों से पूछकर यो-यो टेस्ट लिया था। किसी भी बच्चे ने मना नहीं किया और सभी ने इसमें हिस्सा लिया। जो इसमें फेल हो गए हम उन्हें शुक्रवार को एक और मौका देंगे। देखें, चोपड़ा ने मयंक के हवाले से यह भी बताया कि अंडर-19 टूर्नमेंट 22 नवंबर से दिल्ली में शुरू हो रहा है। इसके लिए हमें टीम का सिलेक्शन हर हाल में 17 नवंबर तक करना है। यही वजह है कि वह इस मौसम में भी बच्चों का ट्रायल लेने के लिए मजबूर हैं। रोकना पड़ा ट्रायलगुरुवार को टीम सिलेक्शन के लिए ट्रायल भी रखा गया था। लेकिन पलूशन के चलते इसे बीच में ही रोक देना पड़ा। 45-45 ओवर के इस ट्रायल में ऐसा प्रावधान किया गया था कि सभी बल्लेबाजों को बैटिंग करनी थी जबकि सारे गेंदबाजों से बोलिंग करवानी थी। लेकिन 40 रन के आसपास ही 10 विकेट गिर जाने के बाद इसे रोक दिया गया। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि खिलड़ियों को गेंद दिखाई नहीं दे रही थी। जब चोपड़ा से पूछा गया कि क्या ऐसी स्थिति में शुक्रवार को भी ट्रायल रखा जाएगा तो उन्होंने कहा कि इसका फैसला चयनकर्ताओं और अंपायरों से बात करने के बाद लिया जाएगा। हालांकि चोपड़ा ने माना कि मौसम बेहद खराब है और इसमें बच्चों को दिक्कतें हो सकती हैं।
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