IPL में अगले साल से 9 टीमें, गुजरात की भी फ्रैंचाइजी!
के. श्रीनिवास राव, मुंबईइंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में अगले साल से 9 टीमें खेल सकती हैं। बीसीसीआई की 2020 से दो नई टीमों के लिए टेंडर की योजना फिलहाल नहीं है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बोर्ड अगले साल की शुरुआत में सिर्फ एक नई फ्रैंचाइजी लाना चाहता है। 2022 तक 9 टीमें आईपीएल में 10 टीमों के बजाय, साल 2022 तक सिर्फ 9 ही टीमें हो सकती हैं। इसका बड़ा कारण भारतीय क्रिकेट बोर्ड के पास इस समय 90 से अधिक मैचों की मेजबानी करने के लिए विंडो की कमी है। आईसीसी के फ्यूचर टूर प्रोग्राम (एफटीपी) के कारण, बीसीसीसीआई की ओर से 9 टीमों के आईपीएल टूर्नमेंट को अनुमित मिलेगी जिसमें कुल 76 मैच खेले जाएंगे। इसके लिए मौजूदा विंडो को बढ़ाया जा सकता है। सूत्रों ने कहा, 'जब तक कोई नया एफटीपी 2023 में नहीं आ जाता, तब तक नौ टीमें ही अच्छी तरह टूर्नमेंट में खेल सकती हैं।' पढ़ें, एक से ज्यादा स्थलों पर निवेशदूसरा बड़ा कारण बीसीसीआई नई फ्रैंचाइजी के लिए 300 मिलियन डॉलर (करीब 2000 करोड़ रुपये) के आसपास के बेस प्राइस पर विचार कर रहा है और फिलहाल यह साफ नहीं है कि एक से अधिक स्थल उस तरह के निवेश को आकर्षित करेंगे या नहीं। सूत्रों ने कहा, 'निवेशक हैं और मुद्दा यह नहीं है लेकिन क्या टेबल पर पर्याप्त खरीदार आते हैं जहां बोली एक प्रतिस्पर्धी प्रक्रिया हो सकती है? एक फ्रैंचाइजी के लिए? दो के लिए? इस पर देखा जाएगा।' गुजरात की होगी फ्रैंचाइजी!हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, तीसरा कारण अहमदाबाद के मोटेरा में सरदार पटेल स्टेडियम तैयार हो रहा है और मैचों के आयोजन के लिए अगले साल मार्च तक उपलब्ध हो सकता है। 1.1 लाख की क्षमता वाले इस स्टेडियम के लिए, जो दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम बन जाएगा, ऐसे में उसकी खुद की फ्रैंचाइजी नहीं होने का मतलब नजर नहीं आता है। पढ़ें, इस मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने कहा, 'अहमदाबाद में क्रिकेट के लिए और वहां उपलब्ध संसाधनों को देखते हुए ऐसा हो सकता है। इसलिए, अगर फ्रैंचाइजी के लिए टेंडर आता है तो जाहिर तौर पर काफी लोग इसके पक्ष में रहेंगे और भविष्य के लिए यह एक मानक निर्धारित करेगा।' ये फ्रैंचाइजी बाहरबीसीसीआई के पास 10वीं टीम को शामिल करने से पहले कई अन्य अहम मुद्दे हैं। कोच्चि टस्कर्स को लेकर बोर्ड के सामने अलग स्थिति है, जिन्हें 1500 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान (मध्यस्थता द्वारा) किया जाना है। बाहर हो चुकी डेक्कन चार्जर्स फ्रैंचाइजी के साथ मध्यस्थता, आईसीआईसीआई बैंक की अगुआई में, अंतिम दौर में है। एक अन्य मध्यस्थता टर्मिनेट हो चुकी फ्रैंचाइजी सहारा वॉरियर्स, जो पुणे से बाहर आधारित थी, के साथ है। 1 दिसंबर को AGMसूत्रों ने कहा, 'क्या कोच्चि टस्कर्स को पैसे या मताधिकार की पेशकश की जाएगी? यह एक बड़ा सवाल है। भले ही बीसीसीआई कुछ मामलों में मजबूत स्थिति में है और कुछ को लेकर बैकफुट पर है, फिर भी कानूनी मामले चल रहे हैं और नए सिरे से इसे शुरू करने से पहले उन्हें सुचारू रूप से निपटाना सही काम है।' इस पर फैसला 1 दिसंबर को होने वाली एजीएम के दौरान आने की उम्मीद है।
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