संन्यास नहीं, चुनिंदा टूर्नमेंट खेलना चाहते हैं आनंद
कोलकातापांच बार के वर्ल्ड चैंपियन भले ही शतरंज के मोहरों से अपना जादू नहीं बिखेर पा रहे हों लेकिन संन्यास लेने का उनका अभी कोई इरादा नहीं है। वह 2020 सत्र में चुनिंदा टूर्नमेंट खेलना चाहते हैं। वह इस साल चार से पांच टूर्नमेंट नहीं खेलेंगे जिसमें ग्रैंड चेस टूर भी शामिल है। वह कैंडिडेट्स 2020 के लिए क्वॉलिफाइ नहीं कर सके और पिछले महीने नीदरलैंड के विज्क आन जी में टाटा स्टील मास्टर्स में उनका प्रदर्शन काफी लचर रहा जिसमें वह अनीश गिरी, जान-क्रिस्तोफ डुडा और अलीरेजा फिरौजा के साथ संयुक्त छठे स्थान पर रहे। आनंद ने अपनी किताब ‘माइंड मास्टर’ लांच के मौके पर कहा, ‘रिटायरमेंट का ख्याल आता है लेकिन कम से कम इस साल मुझे नहीं लगता कि ऐसा होगा। मेरे पास जितने भी टूर्नमेंट हैं, मैं उनमें अच्छा खेलना चाहता हूं।’ इस किताब की सह लेखिका पत्रकार सुजान नीनन हैं। पढ़ें, 50 वर्षीय आनंद ने कहा, ‘मैं इसके बारे में ज्यादा नहीं सोचता। क्वॉलिफिकेशन चक्र काफी अनिश्चितताओं भरा है, इसलिए मैं हमेशा देखता हूं कि अगर किसी टूर्नमेंट के लिये क्वॉलिफाइ हो गया हूं तो ही मैं इसके बारे में चिंता करूंगा लेकिन दो चरण पहले ही इसके बारे में सोचने का कोई मतलब नहीं।’ आनंद अब रैंकिंग में 15वें स्थान पर खिसक गए हैं। वर्ल्ड चैंपियनशिप में चूकने से किसी तरह के पछतावे की बात पूछने के बारे में आनंद ने कहा, ‘नहीं, मुझे क्यों पछतावा होना चाहिए। नहीं, बिलकुल नहीं। अगर थोड़ा सा ऐसा कुछ था तो वह पिछले साल ही था लेकिन अक्टूबर में यह स्पष्ट हो गया था कि मैं चुनौती नहीं दे रहा हूं और बस। मैंने इसे स्वीकार कर लिया और आगे बढ़ गया। अगर मैं कर लेता हूं तो यह ठीक है। लेकिन मैंने पहले ही पांच बार खिताब जीत लिए हैं तो मुझे निराश क्यों होना चाहिए।’
from Sports News in Hindi: Latest Hindi News on Cricket, Football, Tennis, Hockey & more | Navbharat Times https://ift.tt/2H90ZK4
Labels: Football, Hockey & more | Navbharat Times, Sports News in Hindi: Latest Hindi News on Cricket, Tennis
0 Comments:
Post a Comment
Subscribe to Post Comments [Atom]
<< Home