डेब्यू को याद कर बोले कुलदीप, रात को 3 बजे विराट भाई को जगाना चाहता था
नई दिल्ली भारतीय स्पिनर () ने टेस्ट क्रिकेट में शानदार डेब्यू किया था। उन्होंने ऑस्ट्रेलिय के खिलाफ टेस्ट सीरीज के चौथे मुकाबले से अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की। 2017 में धर्मशाला में हुए इस मैच में भारत ने जीत हासिल की थी। इस मैच में अपने ऑलराउंड खेल के लिए रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) को मैन ऑफ द मैच चुना गया था वहीं कुलदीप ने भी पहली पारी में चार विकेट लेकर टीम की जीत में अहम किरदार निभाया था। कुलदीप इस समय आईपीएल के लिए यूएई (IPL in UAE) में हैं। कुलदीप ने कोलकाता नाइट राइडर्स (Kolkata Knight Riders) की वेबसाइट पर अपने उस पहले टेस्ट मैच के बारे में बात की। उन्होंने कहा, 'यह सम्मान की बात है। मैं पहले तीन मैचों में नहीं खेला था लेकिन अनिल (कुंबले) सर के साथ तैयारी कर रहा था। वह तब हमारी टीम के कोच थे। उन्होंने मेरा बहुत साथ दिया। वह बिलकुल अच्छी तरह स्पिनर्स के माइंडसेट को समझते हैं। मुझे याद है कि मेरे डेब्यू से एक दिन पहले हम साथ लंच कर रहे थे।' उन्होंने मुझे बताया, 'तुम कल खेल रहे हो और मुझे तुमसे पांच विकेट चाहिए। मैं थोड़ा असहज था लेकिन मैं आत्मविश्वास के साथ कहा कि मैं पक्का लूंगा। मैं रात को 9 बजे सो गया और सुबह 3 बजे मेरी आंख खुल गई। मैं कन्फ्यूज और नर्वस था। मैं विराट भाई को उठाना चाहता था जो साथ वाले कमरे में थे। लेकिन मुझे पक्का पता था कि अगर ऐसा करूंगा तो वह मुझ पर गुस्सा होंगे। तो मैं दोबारा सोने चला गया और 6 बजे सोकर उठा।' 6 टेस्ट मैचों में 24 विकेट लेने वाले इस चाइनामैन बोलर ने कहा, 'मैंने किसी तरह एक घंटा बिताया, नाश्ता किया और ग्राउंड पर पहुंच गया। मैं थोड़ा नर्वस था लेकिन जब टीम के साथी आ गए तो थोड़ा सहज हुआ। जब मुझे इंडिया कैप मिली तो मुझे कुछ नहीं सूझ रहा था। सभी युवा क्रिकेटरों का सपना होता है अपने देश के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलना और मेरा सपना पूरा हो रहा था। मैं काफी भावुक था। मुझे याद है कि मैं स्क्वेअर लेग पर फील्डिंग कर रहा था और मैं तब भी नर्वस था। लेकिन तब मैंने किसी अन्य रणजी मैच की तरह ही सामान्य व्यवहार करने का फैसला किया।' कुलदीप ने ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में डेविड वॉर्नर, पीटर हैंड्सकॉम्ब, ग्लेन मैक्सवेल और पैट कमिंस के विकेट लिए थे। कुलदीप ने कहा कि उन्हें पहले दिन थोड़ा आत्मविश्वास हासिल करने में समय लगा। कुलदीप ने कहा, 'जब मैं गेंदबाजी करने आया तो स्टीव स्मिथ ने मेरे दूसरे ओवर में चौका लगा दिया। यह एक गुगली थी। तब मुझे अंतरराष्ट्रीय और राज्य स्तर के क्रिकेट के बीच का अंतर समझ आया।' उन्होंने कहा, 'लंच के बाद मैं मैंने थोड़ा रिलैक्स होकर अपना बेस्ट देने की कोशिश की। मैंने अपने खेल को लेकर रणनीति बनाई और डेविड वॉर्नर को स्लो गेंद फेंकी इसके बाद एक फ्लिपर डाली। मैंने सोचा कि इस पर वह या तो बोल्ड हो जाएंगे या फिर LBW। उन्होंने इसे सीधा स्लिप के हाथों में कट खेला। यह मेरा पहला विकेट था। यह मेरी जिंदगी का सबसे खुशी का लम्हा था। मैं काफी भावुक हो गया था। मेरा आत्मविश्वास बढ़ा और मैंने पीटर हैंड्सकॉम्ब और ग्लेन मैक्सवेल का भी विकेट लिया।' उन्होंने मैच के पहले दिन के बाद अपनी भावनाओं के बारे में भी बताया। कुलदीप ने कहा, 'जब दिन का खेल खत्म हुआ तो मैंने सचिन सर से बात की। उन्होंने मुझे खेल को लेकर काफी बातें बताईं। मेरे पास कई मेसेज और फोन आए। जब मैं रात को सोने लगा तो मुझे अहसास हुआ कि यहां तक पहुंचने के लिए मैंने कितनी मेहनत की है। उस समय मेरी आंखों में खुशी के आंसू थे।'
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